Teri yaadon ka dhol bajte hee
dard dil me dhamaal karta hai
तेरी यादों का ढोल बजते ही
दर्द दिल में धमाल करता है
dard dil me dhamaal karta hai
तेरी यादों का ढोल बजते ही
दर्द दिल में धमाल करता है
वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते
कसूर हर बार गल्तियों का नही होता
कसूर हर बार गल्तियों का नही होता
तेरे सिवा कोई भी नाम पसंन्द नही दिल को,
कुछ इस तरह से कब्जा किया है अदाओं ने तेरी
कुछ इस तरह से कब्जा किया है अदाओं ने तेरी
एक हल्की सी झलक क्या मिली बेचैन नज़रों को,
हज़ारों ख़्वाब दिल ने देख डाले चंद लम्हों में
हज़ारों ख़्वाब दिल ने देख डाले चंद लम्हों में
मार ही डाल मुझे चश्म-ए-अदा से पहले
अपनी मंज़िल को पहुँच जाऊं क़ज़ा से पहले
इक नज़र देख लूँ आ जाओ क़ज़ा से पहले,
तुम से मिलने की तमन्ना है ख़ुदा से पहले
हश्र के रोज़ मैं पूछूँगा ख़ुदा से पहले,
तू ने रोका नहीं क्यूँ मुझको ख़ता से पहले
ऐ मेरी मौत ठहर उनको ज़रा आने दे,
ज़हर क जाम न दे मुझको दवा से पहले
हाथ पहुँचे भी न थे ज़ुल्फ़ तक "यारो",
हथकड़ी डाल दी ज़ालिम ने ख़ता से पहले
मेरे दिल मैं आज ख़्याल तेरा आ ही गया
जो छुपा था तेरे लबों पर वहीं सवाल आ ही गया
रोज़ रोज़ आ जाती हों तुम मेरे ख्वाबों मैं
आज दिन मैं तेरा जवाब आ ही गया
रात कटती हैं रोज़ तेरी यादों मैं
आज मेरी निगाहों मैं तेरा ख्वाब आ ही गया
दर्द तन्हाई का मुझसे खफा खफा रहता हैं
आज तेरे घर से जख्मों का मरहम आ ही गया
तू कोई गैर नहीं थी मेरे लिए
तेरे दिल भी आज मेरी दहलीज पर आ ही गया
dil ko kabu
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ऐ दिलअभी तो पलके झुकाई है मुश्कुराना बाकि है
ye saal bhi aakhir beet gaya
कोई हार गया कोई जीत गया,ये साल भी आखिर बीत गया
dil tod diya ye kah ke
किसी ने आज ये कहके दिल तोड़ दियाकी लोग तेरे नहीं तेरे शायरी के दीवाने है
whi mujhko akele
वही मुझको अकेला कर गयी,जो कभी दुआओ में मांगती थी
soya huaa hai
सोया हुआ है मुझमें कोई शख्स आज रात
लगता है अपने जिस्म से बाहर खड़ा हूँ मैं.
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